10 Examples of Chitra Varnan in Sanskrit – आज हम इस पोस्ट में 10 चित्र वर्णन जानेंगे और साथ ही उनके हिंदी में मीनिंग भी। तो आईए जानते है इनके बारे में।
1. सुवर्णरेखास्तम्भयुतं वस्त्रं परिधाय शुभं स्फटिकैः विचित्रं वपुः।
हर्षाश्रुश्चोल्लसत्पुलकाभरं समाविशद्व्योम्नि रविपुत्रं विद्युदध्वनिम्॥
Hindi: एक शुभ वस्त्र सोने की धारा और स्फटिकों से सजाया गया है। यह विचित्र शरीर खुशी के आंसू बहा रहा है और उनकी त्वचा पुलकित हो रही है। यह सूर्य के पुत्र विद्युत के ध्वनि में बादलों के बीच बैठा हुआ है।
2. कुसुमोद्गारदालोपशोभमानं नवाम्बुराशीव शशाङ्करैः।
नवीनमेघस्य वपुर्दयान्तं विद्योतयज्ज्योतिरिवाम्भसा विभ्रमत्॥
Hindi: नए फूलों की खुशबू और नवंबर की चांदनी से भरा हुआ यह शरीर बड़े-बड़े मेघों के बीच से गुजर रहा है। इसकी त्वचा बिजली की तरह चमक रही है और इसकी आभा से आकाश भी चमक रहा है।
3. श्रीमद्वासुदेवकुटुम्बिनं सदास्तु मां विश्वसारं जगदेकचक्षुः।
मधुरामृतवश्रवण्तु मे नः कवयः कथासु यः पुण्यश्लोकः भगवत्प्रसादः॥
Hindi: श्रीकृष्ण के परिवार का सदा ही सम्मान करने वाले जगत के एक दृष्टि हैं। जिसे सुनने से हमारे कवि पवित्र श्लोकों की कथाएं हमें सुनाते हैं, जिन्हें सुनकर हमें भगवान की कृपा प्राप्त होती है।
4. नीलोत्पलदलश्यामं चतुर्भुजं शशाङ्कशोभितं शुभ्रकुण्डलं।
पीताम्बरं पुण्डरीकवस्त्रं रक्ताम्बरं कृष्णचञ्चुराङ्गम्॥
Hindi: श्याम रंग के नीलोत्पल के पत्तों से सजा यह चतुर्भुजी श्रीकृष्ण चांद की रोशनी में चमक रहे हैं। इसके शुभ्र कुण्डल और पीताम्बर उसे बहुत सुंदर बनाते हैं। कृष्णचञ्चुर और लाल रंग का अंग इसे आकर्षक बनाते हैं।
5. स्वर्णपद्मोपशोभितं देवी पादपद्मं श्यामलं प्रभञ्जनं विभुशितम्।
वाराभयवरदं वराङ्गदं हरेः पद्मासनस्थितं वन्दे तारां तरणीम्॥
Hindi: देवी लक्ष्मी के सोने से भरे पादपद्म श्याम रंग में चमक रहे हैं और इसे उसके सुन्दर अंगूठियों से सजाया गया है। यह वरदानों की देनेवाली है और वराभय देती है। हरे के पद्मासन में स्थित यह चन्द्रमा की तरह सुंदर है।
6. श्यामलं शुक्लवसनं नीलमेघं कुण्डलं वनमालिकाम्।
चित्रं नटेशः प्रतिनट्यमानं नमामि तं निर्मलतेजसा युतम्॥
Hindi: श्याम वस्त्र पहने यह श्रीकृष्ण नील बादल की तरह अपनी कुण्डल और वनमालिका से सजा हुआ है। यह नटेश की तरह नृत्य करते हुए प्रतिनट्यमान होते हुए बहुत सुंदर लगते हैं। मैं उस निर्मल तेजस्वी को नमस्कार करता हूं।
7. विभूषितं शुभ्रवस्त्रं दिव्यचामरसेवितम्।
चतुर्भुजं श्यामलं द्विभुजं कुंडलान्वितम्॥
Hindi: श्रीकृष्ण का शुभ्र वस्त्र दिव्य चामरों से सजा हुआ है। यह चार हाथों वाला श्यामल रंग का है और इसमें कुंडल भी हैं।
8. विशालोरसि विकसन्निजकुंभे कुम्भकर्णोद्धृतमुखांशुकाभं।
कुण्डलं पीतवसनं शशाङ्कभालं नागाभरणंकृष्णं वंदे जगद्गुरुं नतपाद्यम्॥
Hindi: श्रीकृष्ण का विशाल तट सामने है और उसके खुले जुबान से बादलों को हिलाता हुआ देखा जाता है। उसके कुण्डल पीत वस्त्र और चांद के समान चमकते शिरोमाला उसे बहुत सुंदर बनाते हैं। उसके गले में नागों की माला लटकती है। मैं उस जगद्गुरु को नमस्कार करता हूं और उसके पादों की शरण लेता हूं।
9. अङ्गदं सुन्दराङ्गं कङ्कणकुण्डलं श्रीतटङ्कयुगं।
श्यामं तारणयः स्तुवन्ति यथेनुबद्धमनोरथम्॥
Hindi: श्रीकृष्ण के अंगद बहुत सुंदर हैं और उसके शरीर का रंग श्यामल है। उसकी कुंडल और कंगण भी बहुत सुंदर हैं। भगवान को स्तुति करने वाले लोगों का मनोरथ उसे सार्थक बनाता है।
10. शुक्लाम्बरधरं विष्णुं शशिवर्णं चतुर्भुजं।
प्रसन्नवदनं ध्यायेत् सर्वविघ्नोपशान्तये॥
Hindi: विष्णु भगवान का शुक्ल वस्त्र पहना हुआ है, उसका शरीर चंद्र के रंग जैसा है और वह चार हाथों वाला है। उसका मुख प्रसन्न है और उसे ध्यान में लेने से सभी विघ्नों से मुक्ति मिलती है।